Good Night Ji...
And Sweet Dream Thank you being part of my life.
आज न थोड़ा आलस्य किया पढ़ने में इसलिए 42 पेज बस कवर कर पाया डीएड का और उसमें हिंदी साहित्य में ओनली 8 क्योंकि प्रीवियस ईयर के पेपर देख रहा था न इसलिए।
ठीक हे अब सूत जा जोजवी। 😁😑😂
चल बे भकली ऐसे गाली दे के मन लागत हे काबा नई पता।
लेकिन न पता नई काबा मन तो करथे गोठियाय के।
चल सो जाथों यार जल्दी उठे ल लागहि।
देख रिसाबे मत हं में नई मनाओ अउ आये भी नहीं मोला मनाए बर।
पहली ले Sorry Yarr. 😎
अकेला पन महसूस होत हे ग...
Now 07:05AM
Good Morning butki... 😎
Now 03:23PM
तो अभी आपको Good Afternoon और कैसे हो?
ये पूछने का मन कर रहा है लेकिन इजाजत नहीं है आपकी।
ठीक है आपने नहीं कहा मैंने ऐसा मान लिया।
तो मैं ये बोल रहा था कि जब मैं आज पढ़ने को बैठा था 12 बजे के आसपास मेरे मन में एक और रीजन आया पढ़ने का और वो बड़ा भावुक करने वाला रीजन है।
मेरे पापा ने पैसे जमा करवाये थे लोगों के बीमा कंपनियों में और वे कम्पनियां चिटफंड के नाम पर बंद हो गयी हैं।
और आज 10 साल हो गए हैं इन कम्पनियों के संपत्ति को सरकार जप्त तो कर चुकी है लेकिन पैसे वापस नहीं कर रहा।
सच बताऊँ तो मेरे पापा शुरू में तो बहुत रोथे थे यार किसी का एक रुपया कभी खाया नहीं और यहां तो 25 से 30 लाख रुपये लोगों के फस गए हैं।
और सबसे बड़ी दिक्कत ये हुई थी कि उनके सीनियर के दम पर पापा भी लोगों को गारेंटी देते थे या बोल थे कि यदि कम्पनी पैसे नहीं देंगे तो मैं दूँगा।
अब विश्वास था कम्पनी ने अपने 6 से 10 साल पूरे कर लिए हैं तो आगे चलेगा ही।
किसको पता था ऐसा होगा।
रोते हैं ये बहुत बुरा लगता है एकदम सीधा सादा इंसान सच में यार।
तो मेरा जॉब लगेगा तो सबसे पहले तो उनसे पूछूँगा पैसा वापस करना है या नहीं करके फिर कुछ करूँगा साला सरकार का कोई भरोसा नहीं करेगा या नहीं फिर कमाऊंगा उसके बाद अपने सपने पूरे करूँगा।
चैन से मरना है तो किसी की बद्दुआ लेकर नहीं ये मेरा मानना है।
चल ठीक फिर मोर प्रिंट के काम पूरा होगिस अब पढहुँ बाय।
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