सुन बड़ सुरता आत हस जी एको दिन तो फोन लगा लेथे।
ले मत लगाबे जब मन करहि तब लगाबे।
Good Morning Dear... Have a Nice Day.
त काली भयंकर नाचत रहें महुँ ह अउ फूल सर मैम लोग भी नच रहे थे-
देखबे का रुके र अपलोड करके देखत हों होही त
अउ सब बढ़िया हन आपमन कैसे हो पुछे के मन लागथे।
ले लागन दे कहीं नई होय मन रिहि बताय के बता देबे।
गीता अध्याय-1 श्लोक-33,34
येषामर्थे काङ्क्षितं नो राज्यं भोगा: सुखानि च ।
त इमेऽवस्थिता युद्धे प्राणांस्त्यक्त्वा धनानि च ।।33।।
आचार्या: पितर: पुत्रास्तथैव च पितामहा: ।
मातुला: श्वशुरा: पौत्रा श्याला: सम्बंधिनस्तथा ।।34।।
भावार्थ :
हमें जिनके लिये राज्य, भोग और सुखादि अभीष्ट हैं, वे ही ये सब धन और जीवन की आशा को त्याग कर युद्ध में खड़े हैं ।
गुरुजन, ताऊ-चाचे, लड़के और उसी प्रकार दादे, मामे, ससुर, पौत्र, साले तथा और भी सम्बन्धी लोग हैं ।।33-34।।
Now 05:32AM
कैसे हस जी?
बिहिनिया ले उठे बर लागत होही नि जंगल साइड तो ठंड लागत होही?
ले कही काम करत होबे त कर ग हमू मॉर्निंग वॉक में जाबो बाय।
Comments
Post a Comment
Thanks for being part of the Khilawan community. You can read our policy on moderating comments and learn more about our new updates keep subscribe...