Good Morning Dear...
अभी रात के तीन बज के एकत्तीस मिनट हो रहे हैं और मैने सपने में अपने दादा के लिए खुद को रोता पाया।
उनके दोनों बेटे को गाली देता पाया।
गाली देने की वजह ये थी कि वे दोनों अपने बा (पिता) को नहीं पूछ रहे हैं किसी एक त्यौहार पर।
अब त्यौहार क्या था मुझे याद नहीं है।
मैं दौड़ रहा हूँ उन्हें देखने के लिए, लेकिन वो कहीं नजर नहीं आ रहे।
और न ही उनका घर नजर आ रहा है जहां वे रहते थे सच में जब अपने बेटों से कोई मां बाप अलग रहते होंगे तो कैसा लगता होगा।
मेरे जीवन में मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा मेरे माँ पापा सिर्फ मेरे पास रहेंगे, नहीं रहेंगे मेरे भईया के पास रहेंगे फिर भी बात करना और उनसे मिलना बंद नहीं करूंगा।
कास कोई मुझे समझ पाता मैं जीवन में खुशियां चाहता हूँ धन दौलत बस उतना जितनी जरूरतें पूरी हो जाएं।
उनकी भी हर दिन याद आती है जिन्हें कभी मैं प्यार करता था मेरा प्यार निह स्वार्थ था यार या अभी भी है मुझे नहीं पता।
उसमें भी ये खूबी थी वो अपने माँ पापा के दर्द को समझती थी उन्हें मीले फ्रीडम का मतलब वो समझती थी।
यही बात उनकी मुझे पसंद थी अपने से ज्यादा अपने माँ पापा का केयर करना।
मुझे नहीं पता यार लोग प्यार करने के बाद भी कैसे भूल जाते हैं मैं सिर्फ अपने तरफ से प्यार करता था उनके तरफ से था या नहीं ये वहीं जाने।
लेकिन आज तक भुला नहीं हूँ मुझे याद है हम दोनों के बीच पहली बार बातचीत 2019 में 12 फरवरी को एक वाट्सप मैसेज से शुरू हुई थी।
पता नहीं क्यों लेकिन मेरे जीने की इच्छा थोड़ी थोड़ी कम होती जा रही है और भगवान की जो मर्जी ऐसा सोच डेवलप होता जा रहा है।
न तो पहले जैसा धन को कमाने का मन करता है और न ही पहले जैसा खुशी महसूस होता है।
बस ऐसा लगता है क्यों जी रहा हूँ क्या उद्देश्य है मेरे जीने का?
बस एक दिन वृंदावन जाना है मुझे मेरे आइडल भगवान कान्हा के जीवन को अनुभव करना है।
जितना पढा है उनके बारे में प्रत्यक्ष अनुभव करना है खूब रोना है जैसे अभी बिना कारण आंसू निकल रहे हैं वैसे रोना चाहता हूँ मैं न जाने क्यों खुद को हरा हुआ महसूस करता हूँ।
सच में मेरे जीवन का एक सपना था यार कि मैं अपनी पसंद की लड़की से शादी करूँ और मैं उसके लिए बहुत कुछ करूँ।
शायद यहीं वजह है अब न तो टाइम पर कुछ करता हूँ न ही टाइम का ख्याल रहता है।
घर वाले शादी करना चाहते हैं तो कर दें मुझे बस जिंदगी काट रहा हूँ ऐसा अभी लग रहा है।
जिंदगी में अब बस एक उद्देश्य और निकल के आ रहा है कि मैंने जो तकलीफ पाई है उसका हल सिर्फ यही है कि हम समझे अपने आप को हमारे साथ ऐसा क्यों होता है और लोगों के साथ शेयर करें ताकि उनके साथ ऐसा न हो।
Love You 💜 Three Thousand Iron man wala
देख गलत मत समझ में बस अपन मन के बात लिखे हों मोला जिस्म से प्यार तो हे लेकिन वोकर से हजार गुना ज्यादा वोकर मन से हे काबर की कहीं न कहीं में आज भी हों।
त चल ठीक हे बाय 🖐️ अब चार बजके ग्यारह मिनट होगे मैंने यहां जो कुछ भी लिखा है सब टेम्पररी है यहां तक की मेरे कान्हां भी लेकिन जब तक जिंदा हैं तब तक तो परमानेंट है बॉस।
गणतंत्र दिवस की ढेर सारी शुभकामनाएं 🌚 मोर माँ जाग गे बाय
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