मैंने नहीं कि है हो गई है इस सुबह Good Morning Dear...
Now 05:36AM
ऐसा क्यों है मुझे नहीं पता लेकिन जब भी मैं प्रभु लिखता हूं मुझे उसकी याद आती है।
और जब भी उसका जिक्र करता हूँ प्रभु की याद आती है।
ये बहोत बड़ी बात है, यार मेरे लिए आप कहाँ तक देख पा रहे हो मुझे नहीं पता पर मेरे साथ ऐसा सच मे होता है।
तभी तो उसे यादों में दिल मे बसा के रखा हूँ आज भी।
मैं खिलावन हूँ मेरे दोस्त, बेमतलब तो बात भी नहीं करता।
मोहब्बत तो फिर मोहब्बत है क्यों करता?
#मतलबी
ऐसे लिखने की वजह ये है
प्रचार |
Now 09:25AM
बे यार खाली दिमाग म तोरेच सुरता काबा आथे 🤗 में नई जानों लेकिन आथे।
हे भगवान कब तक इसने याद आही वैसे मोला दुख नई होय वोकर याद आये ले काबर की मोला तो पता हे वो निचट निठुर हाबे जेला तो कोई फर्क पड़ने वाला निये।
चाहे में ह सुरता करों या न करों वो तो करही वाला बातेच निये। साले सब मतलबी ये ग दुनिया में बस मोर पडकी मोर मैना ल छोड़ के काबर की वो मोला एको कन तो समझते 10% अतका समझते वही काफी हे।
कुछ नहीं ले कुछ सहीं बड़ दिन होगे ग फोटो नई देखे के।
ले टाटा बाय फोटो देखत हं बाद में गोठियाबो। 🖐️
Comments
Post a Comment
Thanks for being part of the Khilawan community. You can read our policy on moderating comments and learn more about our new updates keep subscribe...