पता है यार आज सपने में मेरा पुराना दोस्त आया था जिसके साथ हम 12 वीं पढ़ें थे। महासमुंद में रहकर और मैं उससे नराज हो गया था बात भी नहीं करता था सपने में वो फिर से रिपीट हो रहा था।
तब वहीं सेम फिलिंग और इमोशन थे जो उस समय मुझमें थे इस सपने के हकीकत में वो तो 12वीं पास होने तक मान गया था।
लेकिन सपने में मुझसे सच में रूठ के रूम चेंज कर लिया। और मुझे छोड़कर अलग रहने लगा तब उसी समय मेरी नींद खुली और उसके बाद में ये लिख रहा हूँ अभी 02:50AM हो रहें हैं।
ऐसे सपने मुझे क्यों आते हैं यार पता नहीं लेकिन इन्हीं सपनों की वजह से कहूँ या किस वजह से कहूँ उसकी याद मुझे बहोत आती है।
इस बात को कभी मैंने उसके साथ शेयर किया था। और इत्तिफाक से वहीं दिन है आज, यार जिस दिन उसने रोते हुए कुछ कहा था और मैने साफ मना कर दिया था। ये बोल कर की मैं फट्टू हूँ तुमसे शादी नहीं कर सकता। हालांकि उनका कहना था उसने मजाक में रोया था और कहा था। पर मैं ठहरा सीरियस लवर तो ऐसा तो होना ही था।
अगले दिन जब मुझे समझ आया तो उसने बोला मजाक किया था तब मैं बहोत रोया था जिंदगी में मुझे ये नहीं पता था कि मेरे साथ भी ऐसा होगा। बट हुआ रोया खूब रोया जिसे मैं एक पल के लिए नहीं भूल पाता और शायद ही भूल पाऊँ।
खैर उसमें गलती मेरी थी मैं गलत समझ रहा था वो तो हमेशा से दोस्त समझ के मुझसे बात करती थी। मैं ही उससे प्यार कर बैठा था, और मैंने कभी इसका जिक्र उससे नहीं किया था। छुपाता था यार,
क्यों?
खोने का डर यही तो बात है। यही स्वार्थ है।
तब उस दिन भी मैं रात को ठीक से सो नहीं पाया था और आज भी वहीं हो रहा है।
दोस्त तो ऑलमोस्ट सारे दूर हो गए हैं सिर्फ एक वाट्सप को अनइंस्टॉल करने से, दोस्ती समझ में अब आ रही है क्या होती है?
अब समझ में आ रहा है यार कितनी सारी गलतियां मैंने की थी जिसकी वजह से मैंने उसको खोया था।
ये समय पछताने का नहीं है मुझे पता है लेकिन यार आपका सब मोटिवेशन का सोर्स ही आपसे नराज हो जाये या आपको छोड़ के चला जाये तो आपको कैसा लगेगा।
ठीक ऐसे ही मुझे हर रोज उस दिन से लगता है जिस दिन से ये सब हुआ आज इस घटना को हुए पूरे एक साल हो गए हैं।
और इन बीते एक सालों में एक भी दिन ऐसा नहीं गया जो मुझे उसकी याद न आई हो,
जैसी भी थी सुंदर थी या नहीं थी लोगों के लिए कुछ भी थी वो अपने लिए कुछ भी थी पर वो सिर्फ मेरी थी और मेरी है मैं हर रोज
अपने आप को समझाने की कोशिश करता हूँ कि वो तेरी नहीं थी भाई वो सिर्फ दोस्त थी। तूँ समझ ही नहीं पाया गलती तेरी है।
और यहीं गलती मेरी सबसे बड़ी गलती है जिसे मैं सुधार नहीं पा रहा।
पर दिमाग में पहले से बिठा के रखा था प्यार है दोस्त तो मैं मानता नहीं। वो मानती है तो माने।
प्यार अंधा होता है शायद इसीलिए कहते हैं आज उसकी शादी हुए करीब 7 महीने और 9 दिन हो गए हैं।
वो किसी और कि हो गयी है ये जानते हुये भी मैं अपने आप को किसी दूसरे के लायक नहीं समझ पाता उस नजर से किसी लडक़ी को भी देख नहीं पाता।
दिमाग में साला फट से आता है अब नही जिससे तूं शादि ही नहीं कर सकता उसे प्यार करने का हक तुझे नहीं है।
मेरे लिए हमेशा से रहा है प्यार का मतलब ये नहीं कि आपको एक से प्यार होने के बाद दूसरे से भी आपको प्यार उतना ही हो और मैंने अपने दिमाग में उसके मेरे लाइफ में आने से पहले बिठा के रखा था कि जब मैं किसी से प्यार करूँगा तो शादी उसी से करूँगा उसी के साथ सारी जिंदगी बिताऊंगा।
जब प्यार हुआ तो मुझे नहीं पता था ऐसे हमारा बिछड़ना होगा इनफैक्ट बहुत दिनों के बाद मुझे समझ में आया कि मुझे सच में प्यार हो गया है।
मैंने अपने पछताने लायक कोई कसर ही नहीं छोड़ी फिर भी लगता है साला थोड़ी सी और हिम्मत दिखाई होती तो शायद काम बन जाता।
हिम्मत तो खूब दिखाया था दोस्त, माँ पापा से भी बात किया उसके बाद ही, सब हिम्मत खतम फिर और क्या था?
लाइफ में मैं अकेला था ना पहले, जब वो मेरी लाइफ में नहीं आई थी।
आज भी हूँ लेकिन यादों के साथ जो मुझे मेरी औकात को महसूस कराती है। मुझे बार बार याद दिलाती है।
क्या हूँ मैं और किस हद तक मैं किसी के लिए जा सकता हूँ। प्यार को लेकर जिंदगी में कभी मैंने सोचा नहीं था इतना सीरियस थॉट होगा। जो मुझे अपने आप में एक अलग ही नजरिया देगा बट हुआ।
तो मेरी कहानी ऐसी है जिसमें न तो कोई ऐसा राजा है जो जीत सका और न ही कोई ऐसी रानी है जो राजा से प्यार करे।
देखो यार कोई भी कर्म हो निःस्वार्थ भाव से करने पर कहते हैं कोई पछतावा नहीं होता और सफलता अवश्य मिलती है।
मुझे लगता था यार की मैं उससे बिना स्वार्थ के प्यार करता था जबकि इसके पीछे मेरा सबसे बड़ा स्वार्थ छुपा था वो था सिर्फ उसी से शादी करना अब था तो था यार छोड़ो उस बात को।
अभी आप जिसका ब्लॉग पढ़ रहे हो वो भी सिर्फ अपने स्वार्थ के लिए लिख रहा है।
तो प्लीज मेरी बातों को सीरियसली न लें मैं जो हूँ वो लिखता हूँ मुझे नहीं पता मैं सही कर रहा हूँ या गलत मुझे सिर्फ इतना पता है जिंदगी जी नहीं रहा हूँ काट रहा हूँ और पूरी मेहनत कर रहा हूँ जल्दी से कट जाए।
अगर जल्दी कट गई लाइफ तो शायद इस दुनिया में फिर से आऊँ अगर लेट से कटी लाइफ तो सीधा मुक्ति बाबू अउ कहां ले दुनिया में आबे।
सब सपना पूरा करके मरबो सिवाय एक सपना के जेला पूरा करे बर अबड़ मेहनत करे रहें थोड़की समय होगे ग फैल तो किसनोच में होय रथें।
त जो होथे अच्छा के लिए होथे अउ वोखर पीछे एक नहीं अबड़ कन वजह रथे। समझत ले देर घलो हो जाथे। त...
ज्यादा समझो मत में ठीक हो आपो मन ठीक रहो अउ मजा करो ले चल ग हम जात हन टाटा।
Now 12:58PM
It's my problem so don't thik about ok bye.
आज से अभी से
Now 05:28PM
AJ... क्या लिखूं पता नहीं ऐसा इस दिन ही क्यों हुआ आज सुबह से ही मुझे लगा था ये दिन ही खराब है करके और इसीलिए मैंने यहां वो शब्द नहीं लिखा जो हर रोज लिखा करता था। मुझे भी दुःख हुआ जब मैंने देखा आप इस दुनिया में नहीं रहे।
मन आज उनसे भी बात करने को हो रहा था पर क्या करूँ यार मैं डरता हूँ।
मुझे माफ़ करना अब मैं उनसे पहले की तरह बात नहीं कर सकता और न ही उसे समझा सकता हूँ।
मैं कर क्या रहा हूँ हो क्या रहा है कुछ समझ नहीं आता एक एक करके सब छोड़ रहे हैं।
पता है यार मैं भले ही उनसे बात नहीं करता लेकिन हर रोज मन करता है बात करने को।
पता है यार यहीं दिन मेरे लिए भी ऐसा है जैसा
आज तुम्हारा सच में है।
मेरा मन में है।
तुम्हारा हकीकत हो गया।
मेरा मन में है।
मौत से उतना डर नहीं लगता जितना डर अपनों को खोने से लगता है।
बेसक मेरे लिखने से उसे और दुख होता होगा पर मैं जो लिखता हूँ उसे खुद नही मिटा सकता जो मैं सोचता हूँ उसे खुद नहीं बदल सकता।
मुझमें ये सबसे बड़ी कमजोरी है जिसकी वजह से मैं लिखना भी बंद नहीं कर सकता।
हे भगवान ऐसा क्यों?...
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