Today 03:54 AM MIND AND HEARTBROKEN... SHAYARI...
एक दिन ऐसा नही जिस दिन तूँ मुझे याद न आये वो दिन आखरी हो जिस दिन तूं याद न आये।
एक तमन्ना एक चाहत थी तुम्हे पाने की पर किस्मत को तो तूँ पसन्द आयी लेकिन समाज के डर से मेरे माँ बाप ने भी तुझे ठुकराए।
कास मेरे माँ बाप भी पढ़े लिखे होते या उस माहौल में होते जिसमें इतनी तो समझ होती कि कोई प्यार नाम की भी कोई चीज होती है।
खैर जो भी हो जहाँ भी रह खुश रह मेरे दोस्त क्योंकि हर पल खुशी और बस एक स्माइल तुम्हारा ये दोस्त बस यही चाहे।
इन्ही मीठी यादों और बातों के साथ करते हैं दिन की शुरुआत।
Good Morning...
Have a good day...
कभी भी मेरी बातों को दिल से न लें क्योंकि मेरा मानना है जो भी होता है अच्छे के लिए होता है।
मैं यही तो चाहता था तूँ जहां भी रहे खुश रहे और वहीं हुआ तूँ खुश तो मैं डबल खुश क्योंकि...
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