Good Morning Buddy...
After 12:47 PM
मैं और मेरा ब्लॉग इस दुनिया में कोई तो हो जो बता दे क्यों ये बिना पैसे के चल रहा है।
हाँथ है तंग मगर फिर भी, इसे लेकर अकड़ कर चल रहा है।
एक मैं हूँ और एक मेरा ब्लॉग है जो मेरा हाल बयां कर रहा है।
मैं रहूँ न रहूँ इस दुनिया में कुछ तो है जो इस दुनिया में हमेशा रहेगा।
ये सोच के सपने बुन रहा है।
सब कुछ है नश्वर ये जानके भी जो उस ख्वाब के पीछे भाग रहा है।
जो टूट चुका है आसमान से, उसे फिर से आसमान में तरास रहा है।
आस लगाए बैठे-बैठे दिन को रातों की तरह काट रहा है।
बैठे बैठे सोच रहा है मैं जिंदगी जी रहा हूँ या काट रहा हूँ रातें।
बातें अब बहुत हो चली हैं आओ करते हैं मुलाकातें।
मिलते हैं उनसे जो हुए न कभी किसी के न आज से न कल से।
सुंदर सा एक ख्वाब है समुंदर सा गहरा और नयाब है।
क्या बयां करूं मैं उसकी क्या तारीफें करूं मैं उसका।
वो नयाब थी नयाब है और नयाब रहेगी क्योंकि वो ही मेरी आफताब है।
Have A Great Day. Because i am see her... Collage 😎
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