सब बोलते हैं जब आप टूट जाते हो अंदर से तो आप ग्रो नही करते लेकिन मैं जब भी टूटा मतलब मुझे दुख हुआ तब मैंने और ज्यादा ग्रो किया ऐसा मुझे लगता है और अपने आप के बारे में इस दुनिया के बारे में और अधिक जाना।
ऐसा क्यों हुआ सिर्फ मेरे साथ ऐसा मैं सोचता था लेकिन ये हर किसी के साथ होता है और सब मेरे जैसे एक्ट नही करते सवाल नही पूछते मेरे साथ क्यों हुआ?
वो कहते हैं छोड़ न यार क्या करना हो गया सो हो गया।
मैं ऐसा नहीं हूँ मुझे बस एक चीज पता थी जब मुझे अपने आप के बारे में पता नही था। की उसकी मर्जी के बिना एक पत्ता भी नहीं हिल सकता और वो जो कुछ भी करता है उसके पीछे वजह होती है।
तो मेरे मन में भी यही सवाल आता है जब मेरे साथ कुछ होता है कि क्या ऐसी वजह थी जो मेरे साथ हुआ?
बस जब वजह समझ आ जाती है तो सुकून मिल जाती है, और पता है मजे की बात यह है कि वजह कौन होता है? मेरे अलावा और कोई दूसरा नही होता।
मैं आज भी अपनी सारी असफ़लता और सफलता का श्रेय अपने आप को देता हूँ लेकिन खुशी की वजह तो वहीं है जिसकी वजह से ये जर्नी स्टार्ट हुई थी और आज भी जारी है जिसकी वजह से आज मैं खुश होता हूँ हर सुबह लिखता हूँ
Good Morning...
Have nice day and thank you.
अभी यार 06:53 मिनट हो रहे हैं जब मैं मेडीटेशन से रेस्ट कर के बाहर आया मतलब आंख खोला लेटा हुआ था रेस्ट कर रहा था।
तो कुछ ऐसा देखा जब लेता हुआ था तब जो कि सम्भव ही नही है हो क्या रहा है ये पता नहीं बट at the end वो मेरे पास है।
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