Now 06:31AM Good Morning Yar... आज उठने में लेट हो गया बबा आलस्य के वजह से यार 6 बजे उठूंगा करके सोचा था। लेकिन लेट हो गया कल दन्तेवश्वरी मंदिर गए थे यार बहुत भीड़ था तो इधर उधर घूमें अंदर नहीं गए। अब कभी और जाएंगे बबा फिलहाल अभी जा रहा हूँ फ्रेश होने bye.
तूं मेरे लिए क्या है क्या बताऊँ तुझे।
तूं मेरे लिए क्या है क्या बताऊँ तुझे।
तुम न तो मेरा वो ख्वाब हो जो कभी पूरा होती हो।
और न वो सपना हो जो कभी टूटती हो
जो हो जैसी हो वैसी ही रहना
क्योकि मुझे तकलीफ इस बात की
नही की मैं तुम्हें खो दूँगा
तकलीफ इस बात की है कि मैं तुम्हें हमेशा के लिए खो दूँगा।
जो सारी दुनिया नही जानती मैं जानता हूँ कि
दुनिया किसे मोहब्बत कहती है
मैं जानता हूँ लोग किसे मोहब्बत कहते हैं।
सारी बुराइयों को मैं भुला बैठा हूँ क्या सिखाएं
जनाब जला बैठा हूँ खुद की दुनिया क्या जलाएं जनाब
किसी की तकलीफ का इतना भी मजाक न उड़ाया करो कि
लोग तुम्हें सबासी देने के बजाय तुम्हें कोशने लगे
साम तो हर रोज होती है पर
हर रोज तुझसे बाते नही होती हैं
क्या करूँ मैं हूँ अपने में नाकाम
कुछ कर भी तो नही सकता।
जो होगा देखा जाएगा अब कर भी तो कुछ नही सकता।
शायद पता है तुझे भी लेकिन
जान कर भी अनजान है।
सपने समझ के भूल जाती हो ऐसा लगता है
पर मेरे लिए भी ये न तूफान से कम है।
खुश तो बहुत होगी लेकिन तूं भी रोयेगी और मैं कहूंगा वैसे ही जैसे आज तूँ मुझसे कहती है खोया हूँ पाकर तुझे अब न किसी को खोना मुझे न ही किसी को पाना है जो मेरा होना चाहे उसे अपनाना है मुझे तूं जो भी जैसी भी हो मेरे लिए न तो ख्वाब हो न ही हकीकत हो।
शिकायत न है न कभी रहेगी।
मेरी बद्दुआ कभी न है और न कभी होगी जितना भी सीखा है तुझसे सब अच्छा ही सीखा है हां तेरे साथ में जिकर भी देखा है।
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