Now 06:09AM Good Morning Yr...🧡 Miss you maa. Now 08:01AM यार जिसे मिस करो उससे आजकल बात नहीं होती 😊 अभी थोड़ी देर पहले माँ से बात करने के लिए कॉल किया था बात भी नहीं हुई यार। कोई न साम को बात करूँगा यार 😊 Love You Maa...🥰 अभी पढाई करते हैं यार bye न Now 11:59AM Do what you want?
आज जब वाट्सप में स्टेटस डाल रहा था तो मन में एक वर्ड आया अस्तित्व और इसे लेकर जो विचार मेरे मन में आये उसे कविता के रूप में लिखा है..
#अस्तित्व
अच्छा लगे तो कमेंट करके बताएं.......
Astitva Poem by Khilawan
Astitva (Existence) Finding a person |
अस्तित्व मेरा हो या तेरा एक दिन मिट ही जाना है।
क्या खोया है, जो तुमने उसे पाना है।
खाली हाँथ आये थे, खाली हाँथ जाना है।
इस मंजर को भी गुजर जाना है।
जो तकदीर बदलने की सोचता है, हर इंसान।
क्या पता उसे एक पल के बाद दूजे पल में मर ही जाना है।
मुसीबतों से घिरा इंसान यही कहता है।
मुझे एक दिन इन मुशीबतों से पार हो जाना है।
सच में क्या मुशिबतें होती हैं या
ये सिर्फ एक बहाना है।
मुझे नहीं पता ऐ मेरे दोस्त।
पर मुश्किलें न हो तो मजा का क्या जमाना है।
मुश्किलों से ही तो बना पैमाना है।
जिसमें एक पलड़ा ऐसा है जिसके पास खजाना है।
दूजा पलड़ा ऐसा है, जिसका न कोई ठिकाना है।
पर उसे नही पता एक दिन फिर से,
उसे इस मिट्टी में मिल जाना है।
गुमान किस बात का करता है रे इंसान।
एक दिन तो जाना ही है समसान।
फिर तुझे किस बात का है अभिमान।
तेरे सपने कभी पूरे नहीं होंगे रे इंसान।
क्योंकि तुं खुद से है अनजान।
तुझे नहीं पता इस संसार में अस्तित्व हीन है इंसान।
अस्तित्व हीन है इंसान।।
#अस्तित्व
Comments
Post a Comment
Thanks for being part of the Khilawan community. You can read our policy on moderating comments and learn more about our new updates keep subscribe...