Now 06:52AM मुझे मेरी बेटी का सपना पूरा करना है उसके साथ जींवन भर रहना है बिजनेस और नौकरी दोनों में से दोनों करना है❤️ चलिए शुरू करते हैं आज से ही baby 🥰 ❤️ You Betu...
आज कल पता नहीं क्यो पढ़ने का मन नहीं कर रहा क्या करना है ये भी ख्याल में नहीं आ रहा है। साथ ही मेरा ज्यादा समय किसी से बात करने में नहीं मैं खुद अपने समय को गवाने में लगा हूँ पता नहीं ऐसा क्यों हो रहा है।
शायद मुझमें में ही कोई मेरे मन में ही कोई उलझन हो क्या उलझन है। ढूंढना पड़ेगा नही तो पूरी लाइफ उलझ के रह जाएगी।
हाँ मैं अपने गोल को भूल रहा हूँ मुझे लगता है मैं आपने गोल को पाने के लिए कुछ कर ही नहीं रहा हूँ और सपने मेरे सभी उस गोल पर डिपेंड करते हैं।
तो खाब देखने से पहले मुझे अपने उस सपने को पूरा करने के लिये रास्ते का पता होना चाहिए।
मतलब ये है की मुझे मेरी मंजिल तो पता है लेकिन रास्ते को मैं खुद नही पहचान पा रहा हूँ।
अब मंजिल तक पहुंचने के लिए रास्तों पर चलना ही पड़ेगा न। तो क्या और कौन सा रास्ता है ? अपनी मंजिल को पाने का।
सबसे पहले तो मुझे जितने भी और रास्ते हैं जिसका भी लक्ष्य मेरी मंजिल ही है। उन रास्तों में मुझे ऐसा रास्ता चुनना पड़ेगा जो की न तो कठिन हो और न ही सरल हो क्योकि कठिन रास्ते पर चलने की हिम्मत नहीं है।
और सरल रास्ते पर देर हो जाएगा तो मेरे को बीच वाला रास्ता ही पकड़ना है। साथ ही मेरे जो अन्य काम हैं। उसे साइड में रखकर काम करना है और छोड़ना नहीं हैं ताकि मेरा मन उधर न भटके।
तो सभी को साथ में लेकर चलना ठीक रहेगा। क्या वाकई में ठीक रहेगा? दिल से आवाज आ रही है। ठीक नही रहेगा जब तक तूं छोड़ेगा नहीं तब तक तूं किसी का रिकॉर्ड तोड़ेगा भी नहीं।
तो क्या मैं सब को छोड़ दूँ जो मेरे लिए उस पल जरूरी थे। और क्या मैं रिकॉर्ड बनना चाहता हूँ। नही मुझे कुछ रिकॉर्ड नही बनाना है मुझे अपने मन से जीना जीना है जिसमे मेरे को लगे मुझसे सब खुश हैं और मेरे चाहने वालों का भला हो रहा हैं।
तो अपने लक्ष्य को पाने के लिए जो भी चाहे कितना भी बड़ा कमिटमेंट क्यों न हो उसे मुझसे दूर करना ही होगा। पूरे समय के लिए नही सही तो कुछ समय के लिए के लिए यह करना होगा।
मतलब कुछ पाने के लिए कुछ को खोना ही पड़ेगा पर ऐसा नही है आप उसे पूरी तरह से खो दें आपको उसे याद से पूरा करना है। लेकिन कब जब आपको अपना लक्ष्य मिल जाए तब फिर उसके बाद उसे करना है। जिसे मैंने देखा था। जब मेरे पास ऐसा कुछ नही था करने के लिये और इसे मैंने चालू किया था।
तो अब ये बात तो समझ में आती है की मेरा लक्ष्य क्या है और कितना बड़ा है। क्या है इसे लिख देता हूँ मेरा लक्ष्य है इतना पैसा कमाना की मेरे घर वालों मुझे चाहने वालों की जरूरत को पूरा करने के लिए कुछ कंट्रीब्यूट कर सकूँ उनके जीवन में कोई परिवर्तन ला सकूँ तो ये मेरे को खुशी देगा।
अब बात समझ में आ गयी और मंजिल का पता भी चल गया अब वहाँ तक पहुंचना कैसे है?
तो सबसे पहले तो उस मंजिल के बारे में सोचना बन्द करन पढ़ेगा। फिर उसके बाद। मुझे उस मंजिल तक पहुंचने के जितने भी रास्ते हैं उनके बारे में जानकर सावधानी से कदम बढाना पड़ेगा।
अब ठीक है कुछ समझ में आ रहा है मतलब मुझे सिर्फ अपनी खुशी नही देखनी संसार की भी देखनी पड़ेगी।
बेसिक से चालू करना है और आखरी मंजिल तक जाना है।
लक्ष्य को हर हाल में पाना है।
जो भी लक्ष्य है ये तो सभी समझ में आ रहे हैं पर उन लक्ष्य को पाने के लिए क्या कड़ना चाहिये ये समझ में नही आ रहा है। अब बताओ क्या करें?
करना क्या है? लक्ष्य पाना है तो कुछ भी कोई भी कितना ही बड़ा बाधा हो उसे तोड़ना नही है उसके ऊपर से निकल जाना है।
इस पोस्ट में मेरे मन की बातें हैं। आप इसे लाइटली लें। बस।
विस् यू आल द वेरी बेस्ट थैंक्यू। जी फ़ॉर कमिंग।
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