आज 15 जुलाई है और न जाने क्यों मुझे मेरे दादा का सपना फिर से आया है। और मैं सपने में उनके लिए रो रहा हूँ।
रात के अभी 2:38 हो रहे हैं।
सपने में मैं उन्हें याद करके रो रहा हूँ मैंने उन्हें वृद्ध आश्रम भेज दिया है और उनकी कोई खोज खबर नहीं ले रहा।
अचानक से एक दिन उन्हें याद करके रो रहा हूँ।
मेरा ब्लॉगर दोस्त था गांव का वो भी सपने में था औऱ वह अपने काम करने के लिए ऑफिस जा रहा था।
और उसने खाना भी नहीं खाया है वह जल्दी जल्दी जा रहा था काम करने के लिए।
और हमारे रूम की चाबी उसके पास थी तो उसके भागने पर मैने उससे थोड़ा तेज आवाज में बात किया कि चाबी तो छोड़ता जा।
और उसने चाबी फेंकी तभी अचानक से दादा की याद आई।
पता नहीं क्यों मैं आपके लिए कुछ नहीं कर पा रहा दादा।
Sorry Yaar... ☹️
Miss You too दादा...
मिलन पटेल राम भक्त श्री कृष्ण लीला के लेखक मेरा एक सपना है आपके लिखे उस किताब को छपवाउ।
जैसा लिखा है बिल्कुल वैसा का वैसा रामायण जो आपने लिया था वो आज भी है हम दोनों ने मिलकर उस पर आपका नाम लिखा था।
मुझे आज भी याद है अभी न जाने क्यों आंखों से आंसू निकल रहे हैं।
यार सच में अपनों के साथ बिताए पल ही जीवन का सबसे अच्छा अनुभव होता है।
मैं उन सबको याद कर रहा हूँ जिनसे कभी मैं दिल से जुड़ा था।
मेरी क्लास मेट थी एक मैं उसे उस दिन से प्यार करता था जिस दिन से उसने मेरी तरफ देखा था दिन तो याद नहीं लेकिन वो मूमेंट याद है मैं इग्नोर कर रहा था वो देख रही थी।
मिस यू यार परी,,,
चलो ठीक है खुश रहा कर जहां भी है और मुझे याद न किया कर क्योंकि तूँ याद करती है तभी मुझे तेरी याद आती है।
प्यार के मामले में हमेशा फिसड्डी रहा हूँ मुझे कुछ भी नहीं आता न मनाना और न ही किसी के दर्द और मजबूरी को समझना।
MissYou Baby Love You Forever...😘😎
नींद तो पड़े नहीं फिर भी शुभ रात्रि मेरे दोस्त थोड़ा सा काम कर लेता हूँ ओके।
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