Good Morning...
Now 07:46 AM
नेगेटिव वाइव्स भरी पड़ी है यार आस-पास के लोग घर के लोग इतना ज्यादा नेगेटिव बातें करते हैं।
कोई कह रहा है हमारे बाड़ी के आम पर कुछ है, कोई कह रहा है मैं ये कर रहा हूँ तो किसी को बताना मत, कोई कह रहा है हमारे घर को नजर लग गई है।
तो कोई कह रहा है हमारे घर का देवता नहीं है। यार हो क्या रहा है?
पेड़ों पर अगर भूत प्रेत होते हैं तो पेड़ को क्या काटने की जरूरत है यार भूत है तो उसे भगा दो पेड़ काट करे हैं।
अरे मेरे दादा ने लगाया था आम का पेड़ अब घर के सब उसे काटने पर तुले हुए हैं।
अब मैं क्या ही कर सकता हूँ मेरी तो चलती नहीं ऊपर से साहजी आम तो बड़े पापा लोगों को तो कोई फर्क नहीं पड़ता।
ऐसी जिंदगी मेरी भी होने वाली है मैं कितना भी कुछ कर लूं किसी के लिए मुझे याद कोई रखने वाला नहीं है।
सब साले मन के सोच कहाँ रथे समझ नई आय। एक ठन पेड़ लगाए के छमता निये अउ काटे बर अघवा अब हमन मना करबो त गारी खाबो।
लगता है यार दादा की निशानी अब ज्यादा दिन नहीं रहने वाली कोई न याद है उनकी जो हमेशा रहेगी।
चल ठीक हे यार जो होना हे वो तो होके रथे, उसने कथे अउ आदमीच मन करथे।
कोई नई करे जाने बस यार मन भारी भारी लागत हे येदे मोबाइल सबले बड़े एडिक्शन।
Now : 11:21PM
पता नहीं क्यों लेकिन मुझे आज महासमुंद की वो बात याद आ रही थी जब मैं खाना खा रहा था और माँ घर में तील और फल्ली की लड्डू बना रही थी।
जब मैं महासमुंद पढ़ने के लिए गया था उस समय मेरी माँ ने मुझ ऐसे ही लड्डू बना के दिये थे।
और उसे खतम करने में मुझे पूरे एक महीने लग गए थे। जब माँ मुझे देखने गई थी तो मैं खूब रोया था।
पता नहीं क्यों लेकिन आज भी मैं उस वक्त को नहीं भुला हूँ।
बस यार सब ठीक हे अभी बाय न 🖐️
Now 01:45PM
बातें न हो जिस दिन तुमसे ये ऐसा क्यों है यार...
Now 05:03PM
आज का पूरा दिन सोते हुए जा रहा है वजह बस आलस्य नाम की बीमारी है।
और लाइट बार बार जा रही है आ रही है। कुछ भी लिख रहा हूँ आधा अधूरा लिखा रहता हूँ डिलीट हो जाता है।
कुछ देर पहले TN का कॉल आया था बता रहा था अपने गाँव के पास की एक लड़की खतम हो गयी करके।
वजह पूछा तो Love मैंने कहा भगवान उसकी आत्मा को शांति दे ठीक से समझी नहीं थी प्यार को इसलिए मरी होगी।
मैंने ऐसा बोला इसके पीछे क्या क्या वजह है मुझे नहीं पता पर प्यार में जान देना गलत बात है यार खैर सबके अलग अलग दिमाग होते हैं सोच होती है।
भगवान किसी को भी ऐसा प्यार न दे जो पूरा न हो सबको पूरा प्यार मिले जिन्हें न मिले वो उदास न हों सब कुछ चार दिन के लिए है बस लगता है पूरे जिंदगी भर के लिए है पर ऐसा नहीं है।
अगर सच में होता तो, त होन देना हमन ल का करे बर हे प्रभु जेमन शरीर से प्यार करथे वोमन मरथे हमर तो अलग बात हे।
जिंदगी के बाद भी ज़िंदगी के साथ भी भारतीय जीवन बीमा।
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