वैसे तो यार सबकी परस्थितियों एक जैसी नहीं होती हैं।
लेकिन मेरा मानना है यार सबकी परिस्थियाँ लगभग एक जैसी होती है कभी न कभी एक जैसी होती है भले ही आगे पीछे होता है।
कई लोग इन परिस्थियों में बिखर जाते हैं और कई लोग इन्हीं परिस्थियों की वजह से सम्हल जाते हैं।
परिस्थितियों को हम अलग अलग नाम देते हैं अपनी सोच के हिसाब से इसलिए लगता है कि हमारी और उनकी स्थिति और परिस्थिति में बहुत अंतर है लेकिन ऐसा नहीं है।
अंतर है तो सिर्फ सोच में हम अपने आदत से मजबूर होते हैं जैसे बचपन से सोचते आते हैं वैसे ही आदत बन चुकी होती है।
और इन्ही आदतों की वजह से हमें कई बार मुश्किलो का सामना करना पड़ता है।
और मुश्किलें हर किसी के जीवन का हिस्सा है। आसान की परिभाषा ही नही है मुश्किल के बिना और मुश्किल शब्द को भी आसान शब्द के बिना किसी को नहीं बताया जा सकता।
दोनो एक दूसरे से जुड़े हुए हैं।
इसलिए न तो हालातों से लड़ना है न ही अपनो से लड़ना है। लड़ना है तो सिर्फ अपने आप से लड़ना है क्योंकि कोई तुम्हारा साथ दे या न दे अपना साथ तो तुम्हे खुद देना होगा।
तो यार इन्हीं फालतू मन की बकवास बातों के साथ दिन की शुआत करते हैं।
ॐ श्री गणेशाय नमः।
ॐ नमः शिवाय।
03:55AM
29/08/2021
After 06:07AM
Rest |
Making insta real |
Good Morning...
After 09:44 PM
आज की शाम हूँ।
सुबह की अलाम हूँ।
दुआ का नाम हूँ।
अभी बदनाम हूँ।
बेसक अभी आम हूँ।
याद आना आम हूँ।
भूल जाना बस एक नाम हूँ।
Hey readers Don't be surprised...
तो यार इन्हीं लाइनों के साथ अपनी इस जिंदगी के उस पल में खोने जा रहा हूँ जिसमें मुझे नहीं पता सुबह मैं उठूँ या न उठूँ।
कोई गम नहीं क्योंकि इस जमाने में सिर्फ एक हम नहीं।
Good Night Sweet Dream's
Have a Great Night... 🙂
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