Meri Jit Meri Har Sirf Tum Se
कैसे हो उम्मीद करता हूँ अच्छे ही होंगे आपके लिए कल्पना से भरा एक नया कविता जो शायद आपको पसंद आये न आये मुझे नही पता क्योकि मुझे आपके पसंद ना पसंद के बारे में नही पता तो कमेंट में जरूर लिखें किस प्रकार के कविता आपको पसंद हैं...
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Meri Jit Meri Har Sirf Tum Se Photo by Engin Akyurt from Pexels |
चलिए मजें करें मैं आपको इन पंक्तियों से साथ अकेले छोड़ता हूँ.... Be Happy
तुम्ही तो हो जिसे मै कभी खोना नही चाहता।
तेरा होकर भी मै तेरा होना नही चाहता।
खोया हुआ सा रहता हूँ आज कल।
बाते बहुत हैं फिर न जाने क्यों।
बात करने का मन होकर भी
बातें होना नही चाहता।
मैं खो गया हूँ फिर भी खोकर
तुम्हें कभी भूलना नही चाहता ऐसा
क्यों है मुझे नहीं पता
पर मैं तेरा होकर भी नहीं होना चाहता।
वो बातें अब बातें न रही क्योकि
उन बातों में
शायद मुझे बस तेरी तलाश है।
मेरे लिए हार जीत मायने नही रखता
फिर ऐसा क्यों है
मेरी जित सिर्फ तुमसे है और हार तुमसे है।
तूं खुश रहे इसलिए शायद मैं तुमसे
दूर होना चाहता हूँ
तूँ खुश तो मेरी जित है।
और तूँ अगर दुखी तो मेरी हार है।
मेरी जित सिर्फ तुम्हारी खुशी है
मेरी हार कभी न होगी अगर तूँ खुश रहे
बहार हो तेरी जिंदगी में
बस यही फरियाद है
मुझे पता है मेरे पास तेरा कुछ नही
लेकिन तेरी याद हमेशा मेरे साथ है।
जिनके सहारे जिना अब आदत होगी मेरी
तूँ बेसक न होगी मेरे साथ पर तेरे अल्फाज
हमेशा मेरे दिल के पास है।
जिसने मुझे सिखाया प्यार होता है क्या ?
जिसने बताया मुझे जीना सिर्फ
अपने लक्ष्य को पाना नही होता।
जीना सिर्फ अपने दुनिया में खोना नही होता।
इसके बिना भी जीना अब आता है मुझे
अब जाकर समझ में आया है
क्योकि न तो अब हारने का डर है
और न जितने की खुशी।
बस मजें से जी लेता हूँ इन दुःख भरे पलों को
क्योकि पता है गुजर जाएंगे ये पल
फिर कभी न आएंगे।
तेरी यादें भी ऐसी हैं
बिखरने की बातें तो करतें हैं लेकिन
इन्हें कभी मैं बिखरने नहीं दूंगा।
समेट कर रखा हूँ अपनी पलको में
आखें बंद करते ही मेरे सामने बस तूँ होती है।
जिससे मेरी जित होती है।
इसलिए मैं कहता हूँ मेरी जित मेरी हार सिर्फ तुमसे
सिर्फ तुमसे....
धन्यवाद !
आपका अपना
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