Now 01:52AM कहते हैं जो होता है अच्छे के लिए होता है। इसलिए जो भी हुआ या जो कुछ हो रहा है उसके लिए दुखी होने की कोई जरूरत नहीं। हमसे हमारे बारे में हमारे भगवान बेहतर जानते हैं। कभी कभी लगता है ये जींवन मिलने का उद्देश्य ही क्या है। हर बार जरूरी नहीं है आपकी गलती माफ हो शायद मैंने अब माफ की हदें पार कर दी है। तो ठीक है यार हो गया सो हो गया अब आज से अभी से अकेले नई शुरुआत करते हैं। अब सो जा यार bye...👍
Good Morning Buddy... तो कल न बहुत सारी बातें हुई बेटू से यार झट से नाराज हो जाती है फिर मान भी जाति है। पता है दूर होने वाली बात उसे पसंद नहीं है, अब तो मुझे भी लगने लगा है मैं सच में नेगेटिव बाते ज्यादा करता हूँ आप बोलते थे न तो मैं नहीं मानता था। लेकिन आज देखो मुझे भी अहसास होने लगा है कि मैं नेगेटिव बातें ज्यादा करता हूँ। देर आये दुरुस्त आये वाली बात भी नहीं बोल सकते क्योंकि खुशी वाली बात तो है नहीं। 😊 अब क्या सीखा या आगे क्या करना चाहिए मुझे #1. तो सबसे पहली बात तो सम्हल कर बात करना चाहिए था मुझे कोई किन बातों से हर्ट होता है इसका ख्याल रखना चाहिए था। वो तो बेटू है तब ठीक है नहीं तो कोई दूसरी होती तो ब्लॉक करती चल बाजू हो बोलती निकल जाती। #2. दूसरी बात ये समझ में आई कि अपने ही सबसे ज्यादा और सबसे जल्दी किन्ही बातों से दुखी होते हैं दूसरे नहीं। कोई दूसरा कुछ बोल दे जिसे हम नहीं जानते तो उनकी बातों को ज्यादा दिल से नहीं लगाते लेकिन वहीं कोई अपना जब ऐसे शब्द बोले तो बहुत बुरा लगता है। और आज कोर्स ले लिया है सहायक शिक्षक वर्ग तीन का क्योंकि इसी में पूरा विश्वास है कि ...