बे यार काय काय सपना आथे डर लग जाथे अभी रात के 2:40 होत हे प्रभु अउ बियारा में हों। अउ लगत हे जानों मानों कोई मोला देखत हे कस अजीब सपना आइस यार सपना में नेट के पेपर देवाय जात हों अउ रास्ता भूले के बाद हाथ से चलत हों अउ एक डोकरी ल सपनात हों शायद वो बूढ़ी गौटिन हो सकत हे। अजीब सा चेहरा हे जे घर ल ऐसे गोबर में बरने हे जो बस्सावत हे अंदर तनी ल बरनत हे अउ मोर से बात करत हे। बात याद नई आत हे प्रभु। पता नई का होही त अब मोला समझ नई आत हे फिलहाल नींद नई परत हे। Now 02:55AM अब हवा भी चालू होत हे यार पानी वानी मत गिर दे। डर तो लागत निये ऐसे सपना में ज्यादा डरात रहें लेकिन रियल में ओतका डरा पाना मुश्किल हे। काबर की मोला मरे हुए मन के कोई डर निये सपना में डर जाथों बस। मोला लागथे मोर दिमागी संतुलन बिगड़त हे, भगवान माफ कर दे यार अगर सच में हस त। अउ नई अस त कोई बाते निये में जिंदा हो अभी। चल ठीक हे 3 बज गे। 2 बजे के जगत हों। साला चिड़िया मन भी अजीब आवाज निकालत हे। यार...😊 Now 03:10AM पता हे प्रेक्टीकली कुछ नई होय मन के सब वहम हरे। बस अब नींद अच्छा से आ जाये 4:00 के उठना हे। Good Night Yarr... ...